अलवर रेप केस
अलवर रेप केस
लोग कैसे इतने वहशी हो जाते हैं,
अपंग और बच्चियों से बलात्कार कर जाते हैं
कैसे इनकी आत्मा गिर जाती है,
बेचारी ल़डकियों पर दया नहीं आती,
कैसी हवस और कैसी मानसिकता है
जो नैतिकता की हदें तोड़ जाती हैं
इन्हें मौत नहीं मौत से बदतर सज़ा चाहिए
सरेआम चौराहों पर टाँग देना चाहिए….
खौफ होना चाहिए दरिंदों में, रूह हिलनी चाहिये
ऐसों को तिल तिल करके मार देना चाहिए
खुली अदालत में सज़ा देनी चाहिए….
समाज के कलंक ये साफ़ होना चाहिए।
