मेरा ख़्वाब
मेरा ख़्वाब
अक्सर देखती हूँ ख़्वाब
एक दिन हम होंगे कामयाब
एक दिन सुख आएगा
एक दिन दुख का अंधेरा छंट जाएगा
एक दिन किसी की आँखों में आंसू न होगा
एक दिन कोई भूखा नंगा न होगा
एक दिन दुनिया बदल जाएगी
कोई छोटा बड़ा नहीं होगा
एक दिन अमनो चमन होगा
शान्ति और समृद्धि का आलम होगा
एक दिन दुनियाँ में भाई चारा होगा
कोई भी ग़म का मारा न होगा
पर वो एक दिन कब आएगा ?
ये ख़्वाब कब सच होगा ?