महाक्रान्तिकारी
महाक्रान्तिकारी
ब्रिटिश खिलाफ बजाए बिगुल
मोर्चा खोले अति तेज,
मंगल पांडेय नाम था उनका
थे वे क्रांतिवीर तेज।१।
प्रथम संग्राम स्वतंत्रता में
है अग्रणी भूमिका,
शुरुआत हुआ विद्रोह प्रखर
मंगल पांडे भूमिका।२।
फैला कानोकान सेनाओं में
सेना ईस्ट इंडिया में
सूअर चर्बी या गाय की माँस से
है कारतूस सेना में।३।
दाँतसे काटके डालना पडता
बंदूक में कारतूस,
विरोध भी हुआ विद्रोह भी तेज
बहिष्कार कारतूस।४।
ब्रिटिश साम्राज्य संकल्प हटाना
हुआ मंगल पांडे में
हमला किये ये लेफ्टिनेंट को
किये घायल वीर ने।५।
दिन २१ मार्च साल १८५७
पहला विद्रोह हुआ,
मातृभूमि रक्षा स्वतंत्रता के लिए
विद्रोह प्रखर हुआ।६।
जयकारें हुई लिए स्वतंत्रता
ये संग्रामी जाग उठे,
फैली ये खबर चारों दिशाओं में
विरोध के स्वर उठे।६।
विरोध अपार देश के वीरों में
गुंजन हुआ अपार,
वलिदान हुये ये वीर सपूतें
विरोध हुआ अपार।७।
मंगल पर हुआ कोर्ट मार्शल
छे अप्रैल वह दिन,
साल १८५७ दिये फांसी उन्हें
आठ अप्रैल के दिन।८।
मातृभूमि लिए दिये वीर प्राण
हँसते हुए महान,
गुंज रहा नाम पूरे विश्व पर
क्रांतिकारी हैं महान।९।
ब्रिटिश खिलाफ बजाए बिगुल
मोर्चा खोले अति तेज,
मंगल पांडेय नाम था उनका
थे वे क्रांतिवीर तेज।१०।