अक्स
अक्स
कभी किसी का दिल न दुखाया हो।
कभी कोई पाप या गुनाह न किया हो।
न हो उस पर किसी का उधार या क़र्ज़।
निभाएं हों सारी ज़िम्मेदारियां और फ़र्ज़।
हमेशा सबका भला सोचता हो जो शख़्स।
हां, केवल वहीं देख पाता है अपना अक्स।
कभी किसी का दिल न दुखाया हो।
कभी कोई पाप या गुनाह न किया हो।
न हो उस पर किसी का उधार या क़र्ज़।
निभाएं हों सारी ज़िम्मेदारियां और फ़र्ज़।
हमेशा सबका भला सोचता हो जो शख़्स।
हां, केवल वहीं देख पाता है अपना अक्स।