माँ की ममता को समझो यार। माँ की ममता को समझो यार।
तुम्हारे साथ ऐसे ही हँसती-गाती रहूंगी तुम्हें चिढ़ाने का मजा ही कुछ और हैं ! तुम्हारे साथ ऐसे ही हँसती-गाती रहूंगी तुम्हें चिढ़ाने का मजा ही कुछ और हैं !
जो जीता वो सिकंदर हुआ कल को भूल आज का प्यार पाओगे। जो जीता वो सिकंदर हुआ कल को भूल आज का प्यार पाओगे।
पर इरादों की ना हार हो जीने के पल सिर्फ़ चार हो। पर इरादों की ना हार हो जीने के पल सिर्फ़ चार हो।
झूठ बोलने वाली दो आँखें, कभी न थकने वाली दस उँगलियाँ, और, और, उधार ! झूठ बोलने वाली दो आँखें, कभी न थकने वाली दस उँगलियाँ, और, और, उधार !
खाक हुई जाती है तब मोहब्बत जो अपनी लगती है कब तक धधकते सावन की बेदर्द चिता जलाए कोई खाक हुई जाती है तब मोहब्बत जो अपनी लगती है कब तक धधकते सावन की बेदर...