अजनबी
अजनबी
अजनबी से मुलाकात
हो जाती है खास
जब ठीक ठीक होती है वार्तालाप
रह जाती है अजनबी की छाप
जान पहचान बढ़ती है
दोनों में विश्वास बढ़ता है
विश्वास चाहत में बदलती है
दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगते हैं
दोनों की शादी होती है
विश्वास और अटूट होता है
दोनों हंसी खुशी के साथ रहते हैं
अजनबी से पकके जीवन साथी बन जाते है।

