अजनबी
अजनबी
ऐ अजनबी तू बता दे, ये कैसा रिश्ता है तेरा मेरा-२
मिलकर तुझसे, मौसम दिल का, क्यों बदला यहाँ ,
कहती है मुझसे ये ठंडी हवा, तू ही है मेरा जहाँ।
ऐ अजनबी तू बता दे, ये कैसा रिश्ता है तेरा मेरा-२
बिन देखे माने ना, खुले ना दिल का, दरवाजा यहाँ,
चल के मेरी धड़कने तुझको ढूंढे, तू यहाँ है के वहाँ।
ऐ अजनबी तू बता दे, ये कैसा रिश्ता है तेरा मेरा-२
मिलती है तुम्ही से मेरी, ज़िंदगी की गिरह वहाँ ,
फिर भी मुझे लगता, तू अजनबी है, मुझ में यहाँ।
ऐ अजनबी तू बता दे, ये कैसा रिश्ता है तेरा मेरा-२