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Tej prakash pandey

Romance

4  

Tej prakash pandey

Romance

अजीब यादें

अजीब यादें

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देख लो गौर से तुम वही मोड़ है ,

अपनी यादों का कैसा ये गठजोड़ है ,

तुम तो देखी नहीं फिर कभी लौटकर ,

तल्ख रश्ता निहारे ये चितचोर हैं ...


वक्त गुजरा जो पिछला सताने लगा ,

रास्ता भी नजारे चुराने लगा ,

चाँद पूनम का जानम भले खिल उठा ,

याद तेरी में मावस सा छाने लगा


कल गली ने ये मुझसे कहा रोककर ,

जा रहे अब कहाँ ये कहा टोककर ,

तुमने मशहूर दामन ये मेरा किया ,

छिप गए छोड़ कर जाने किस ओट पर ,


हंस रहा था शहर जो मुझे देखकर ,

ख़ुश था दामन ये उसका मुझे देखकर ,

प्रेम दीपक जलाये जो हर चौकपर ,

खिल रहे थे वो कल फिर मुझे देखकर

देख लो गौर से तुम वही मोड़ है ,

अपनी यादों का कैसा ये गठजोड़ है ,

तुम तो देखी नहीं फिर कभी लौटकर ,

तल्ख रश्ता निहारे ये चितचोर हैं ...


वक्त गुजरा जो पिछला सताने लगा ,

रास्ता भी नजारे चुराने लगा ,

चाँद पूनम का जानम भले खिल उठा ,

याद तेरी में मावस सा छाने लगा


कल गली ने ये मुझसे कहा रोककर ,

जा रहे अब कहाँ ये कहा टोककर ,

तुमने मशहूर दामन ये मेरा किया ,

छिप गए छोड़ कर जाने किस ओट पर ,


हंस रहा था शहर जो मुझे देखकर ,

ख़ुश था दामन ये उसका मुझे देखकर ,

प्रेम दीपक जलाये जो हर चौकपर ,

खिल रहे थे वो कल फिर मुझे देखकर


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