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Tej prakash pandey

Others

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Tej prakash pandey

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मीठे ख्वाब इंदौर

मीठे ख्वाब इंदौर

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एक सपना हमने पाला था ,

धीरे- धीरे जो सोचा था ,

उत्कर्ष करे हम सब मिलकर 

ये ख्वाब जो हमने पाला था ,


माँ की थाली कर्नावत हो गई

एक हशीना दिल में घुस गई ,

don't care से केअर जो हो गइ

जाने कैसे मन में चुभ गई 

भवरकुआ मे भोलाराम का ,

पेंशन से ना पाला था 

एक ख्वाब जो हमने पाला था


इश्क बढ़ा जब चाय से हमको ,

99 एक मंजिल बन गयी ,

पीटी मेन्स तो साथ चल रहे 

Interview दे डाला था l

एक ख्वाब जो हमने पाला था l


परिवर्तन की धारा उमड़ी ,

नैतिकता के पाठ पढ़े जब ,

भाव शून्य एक साथ लगे सब ,

शंकर के सिद्धांत दिखे जब l

जिन सपनों में हम खोये थे 

एक साथ झकझोरा था l

एक ख्वाब जो हमने पाला था


रीजनल पार्क में बैठे बैठे ,

खोए खोए हमने देखा 

कैसी कैसी जीवन लीला 

कभी न जिनसे पाला था 

वो सब भी हमने देखा था 

जो ख्वाब दिलो में पाला था 


नोट्स बनाए कितने हमने 

उलझे -उलझे धाराओं में ,

दृष्टि उत्कर्ष निर्माण को सोचे 

एकजुट होकर जब भी बैठे 

संसय से मन विहला था 

एक ख्वाब जो सबने पाला था 


उत्तर लेखन खूब किया फिर 

तुक्के का अभ्यास भी जमके 

एक दिना वो नीली आंखें ,

नोट्स को जब खंगाला था 

दो शब्दों से किया बड़ाई

नोट्स लिया करने को पढ़ाई

एक सपने में फिर डाला था 

एक ख्वाब जो दिल में पाला था l


खाने को भंडारे देखे 

गली- गली और चौराहे में 

गणपति हो या नवरात्रि हो 

ख़ुशी से मन फिर झूमा था 

हाथों में दोने या पत्तल 

मन में तो हम डिप्टी कलेक्टर

ऐसा प्यारा जीवन था 

एक ख्वाब जो हमने पाला था l


रातों रातों हम जब उलझे,

तर्क जटिल हमसे न सुलझे,

अगले दिन प्यारे गुरुवो ने 

हंस -हंस के समझाया था 

एक ख्वाब जो दिल में पाला था 


मूल्यों के उस जटिल युद्ध में 

पिछली अभिवृत्ति संचय में 

कोमल मन जब बिखरा था ,

साहस देकर तब गुरुवो ने 

सपनों को साकारा था 

एक ख्वाब जो दिल में पाला था 




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