अधूरी मोहब्बत....
अधूरी मोहब्बत....
एक दरिया है खारा सा,
एक नदिया है प्यासी सी,
एक जंगल है वीरान सा,
एक दिल है खाली सा,
सभी को कुछ तो आस है,
सभी के दिल में एक प्यास है,
आस है मिलन की,
और प्यास है मोहब्बत की,
लेकिन कहाँ पूरी होतीं हैं
ख्वाहिशें सभी की,
किसी का मिलन अधूरा तो
किसी की मोहब्बत अधूरी..