STORYMIRROR

अधूरी बातें

अधूरी बातें

1 min
2.6K


कुछ बातें थीं,

जो अधूरी रह गयी,

कुछ मुलाकातें थीं,

जो अधूरी रह गयी।


कुछ रातें थीं,

जो अधूरी रह गयी,

कुछ अश्क़ थे जो,

पलकों पर,

आकर रह गए।


कुछ सवाल थे जो,

लबों पर आ कर रह गए,

आज तक मैं खुद से,

ये सवाल करता हूँ,

कि क्या हुआ ऐसा जो,

मैं ये सवाल करता हूँ।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama