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wasif khan

Others

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wasif khan

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ये मेरे यारों की बस्ती है

ये मेरे यारों की बस्ती है

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ये मेरे यारों की बस्ती है

यहाँ खुशिया बस्ती है

यहाँ रोज़ एक नयी मस्ती है

ये मेरे यारों की बस्ती है।


ये हिचकोले खाती समंदर की कश्ती है

हर तूफ़ान से ये लड़ती है

लेकिन डूब नहीं सकती है

ये मेरे यारों की बस्ती है।


यहाँ हर एक अपने आप मे एक हस्ती है

जात पात धर्म रंग रूप से परे

यहाँ ज़िन्दगी हँसती है

ये मेरे यारों की बस्ती है।


यहाँ आधी रात मे भी

शाम की सी मस्ती है

ये अपने आप में ही पूरी गृहस्थी है

ये मेरे यारों की बस्ती है ।


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