कई अनकहे किस्से, सुनना अब भी बाकी है...! कई अनकहे किस्से, सुनना अब भी बाकी है...!
मैं भूल गयी जो भी था मेरा कल, आने वाला कल उसके साथ, संवारना अभी बाकी था...! मैं भूल गयी जो भी था मेरा कल, आने वाला कल उसके साथ, संवारना अभी बाकी था...!
कुछ बातें थीं, जो अधूरी रह गयी... कुछ बातें थीं, जो अधूरी रह गयी...
चुपके से, अनजाने से, तुम मुझसे दूर क्यों हो गए...! चुपके से, अनजाने से, तुम मुझसे दूर क्यों हो गए...!