इस दुनिया में ही तो ऐसा होता है आख़िर कब इस दिल का सोचा होता है जो झूठे है वो ही पाते है आदर सच्च... इस दुनिया में ही तो ऐसा होता है आख़िर कब इस दिल का सोचा होता है जो झूठे है वो ...
कई अनकहे किस्से, सुनना अब भी बाकी है...! कई अनकहे किस्से, सुनना अब भी बाकी है...!
अधूरे सपनें... अधूरे सपनें...
इस कविता में नारी अधूरे स्वप्नों को छोड़कर नए जीवन की ओर जा रही है। इस कविता में नारी अधूरे स्वप्नों को छोड़कर नए जीवन की ओर जा रही है।