कुछ छूट गये, कुछ रूठ गये कुछ स्वप्न अधूरे टूट गये। कुछ छूट गये, कुछ रूठ गये कुछ स्वप्न अधूरे टूट गये।
एक सपना...। एक सपना...।
सपनों की मल्लिका सपनों की मल्लिका
सूरज की किरणों को एकनई दुल्हन की तरह सजा कर लाती है... सूरज की किरणों को एकनई दुल्हन की तरह सजा कर लाती है...
हाँ तुम ही तो हर खुशी हो मेरी ! हाँ तुम ही तो हर खुशी हो मेरी !
क्या पता था हमें, सपने भी बिकते हैं जनाब यहाँ... क्या पता था हमें, सपने भी बिकते हैं जनाब यहाँ...