STORYMIRROR

Himanshu Jaiswal

Romance Others

4  

Himanshu Jaiswal

Romance Others

अब मुझे रात दिन

अब मुझे रात दिन

1 min
279

तुमसे मिल के क्यों ये दिल बेकरार है

दीवाना मैं हो गया ये तेरा ही ख़ुमार है

तेरा ही ख़ुमार है, दिल बेकरार है

हो हो हो.. आ आ हा...

ला.. ला ला ला ला ला..


हर पल, हर वक़्त तू, आये मुझको नज़र

बेख़ुद सा हो गया, मुझको कुछ न ख़बर

तेरा ही नशा है जो मुझपे चढ़ा है

दिल ये बेचारा बेबस बड़ा है

हो हो हो.. आ आ हा...

ला.. ला ला ला ला ला..

तुमसे मिल के क्यों ये दिल बेकरार है

दीवाना मैं हो गया ये तेरा ही ख़ुमार है


बस यही सोचकर दिन गुज़रता है अब

तू कहीं न कहीं मुझपे मरता है अब

कैसे मैं बताऊं, कैसे ये जताऊं

ख़ुद से ज्यादा, तुझको मैं चाहूं

हो हो हो.. आ आ हा...

ला.. ला ला ला ला ला..

तुमसे मिल के क्यों ये दिल बेकरार है

दीवाना मैं हो गया ये तेरा ही ख़ुमार है

तेरा ही ख़ुमार है, ये दिल बेकरार है


अब मुझे रात दिन-दीवाना एल्बम (सोनू निगम)



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance