आतंकवाद का अन्त
आतंकवाद का अन्त
जागो गीता और मानस के,
पन्नों को पढ़ कर देखो।
अधिकारों को छोड़ों,
कर्तव्यों पर अड़ कर देखो।
तब समझ में आयेंगा,
सच्ची मानवता क्या है।
बेगुनाहों का खून बहाने का,
मिलता तुम्हें फल क्या है।
पशुओं जैसा तुम्हारा जीवन,
किस जन्नत में जाओगें।
धारा 370 हट गई,
कुत्तों की मौत मर जाओगें।।