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Dr.Pratik Prabhakar

Romance Action

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Dr.Pratik Prabhakar

Romance Action

लोग बोलेंगे

लोग बोलेंगे

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नजरें ना मिलाया करो

सरेराह चलते चलते

लोग बोलेंगे काम उनका

मर जाएंगे जलते -जलते


मीठी मुस्कान दो चुपके

सारी दूजी नजरों से छुपके

वैसे मिलना मेरे से जैसे

चांद सूरज ढलते - ढलते


वक्त आएगा कि तू मेरी

मैं तेरा हो ही जाऊंगा

लोग देखेंगे साथ हमें

रहेंगे हाथ मलते -मलते।


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