लोग बोलेंगे
लोग बोलेंगे
नजरें ना मिलाया करो
सरेराह चलते चलते
लोग बोलेंगे काम उनका
मर जाएंगे जलते -जलते
मीठी मुस्कान दो चुपके
सारी दूजी नजरों से छुपके
वैसे मिलना मेरे से जैसे
चांद सूरज ढलते - ढलते
वक्त आएगा कि तू मेरी
मैं तेरा हो ही जाऊंगा
लोग देखेंगे साथ हमें
रहेंगे हाथ मलते -मलते।

