आत्म निर्भरता
आत्म निर्भरता
देश की पुकार आत्मनिर्भरता का
विश्वास जगना हमें,
कर्तव्य पथ में आगे बढ़ने का
विश्वास लाना हमें।
उचित समय उचित प्रेरणा
गुंज रही है राष्ट्र में,
कर गुजरने का समय आया
इस पवित्र राष्ट्र में।
शक्तिशाली राष्ट्र बनाना है हमें
सुरक्षित रखना है,
आत्मनिर्भरता आत्मविश्वास की
ज्योति जलाना है।
प्रतिज्ञा की हम पूरा भी करेंगे
विश्व गुरु बनाना है,
ज्ञान विज्ञान को नित्य भारत में
कर्म ज्ञान बनाना है।
जनसेवा नित्य कर्तव्य हमारी
सशक्त उन्हें बनाना,
एक धागे पर बांध कर हमें
अपना राष्ट्र रखना।
तभी तो बनेगी विश्व गुरु देश
हो आत्मनिर्भर मंत्र,
आत्मविश्वास हो अंग अंग हमें
हो निस्वार्थ वे मंत्र।
हिन्दू संस्कृति है अति पौराणिक
सुरक्षित रखनी है,
हिन्दू हिन्दुत्व की महत्व को हमें
राष्ट्र सारा जगानी है।
कृष्ण राम नाम नित्य जपना है
जगन्नाथ भक्ति साथ,
रुप भ्रष्टाचार न रहे देश में
डिजिटल मंत्र साथ।
सत्य अहिंसा को अपनाना हमें
कर्मज्ञानी बनना है,
सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र बनना है हमें
राष्ट्रवाद बनना है।