आसमान को देखो तो
आसमान को देखो तो
आसमान का रंग
नीला है
इसे देखो तो
शांति का अनुभव होता है
यह मेरे घर की छत पर
हमेशा ही मंडराता
रहता है
कभी साफ होता है तो
कभी बादलों के टुकड़ों के
साथ
कभी चांद के साथ
कभी सूरज के साथ पर
जब कभी भी देखो तो
होता है
इस पर विश्वास किया जा
सकता है
यह विश्वसनीय है
इसे देखकर
कोई कल्पना की उड़ानें भी
भर सकता है
यह स्थिर होकर भी
कितना चलायमान है
कैसे खुद के पटल पर
तरह तरह के रंग बदलता रहता है
नये नये चित्र बनाकर
उनमें
नये नये रंग भरता रहता
है
खामोश रहकर
यह बहुत कुछ
अपने मन मुताबिक
करता रहता है
यह भांति भांति की
क्रीड़ाओं और
लीलाओं का
एक बहुत बड़ा स्थान है
कल्पना की उड़ान को पर
हम धरती वासियों के लिए
सीमित ही रखता है
एक संदेश सा देता हो जैसे कि
मेरी तरफ इतना भी
मत देखो
बहुत विशाल हूं मैं
मुझमें इतना मत उलझो
अपने दायरे में ही रहो
सीमित रहो
अपने क्रियाकलापों को भी
दिन प्रतिदिन समेटो
तुम कितनी भी
कल्पना की ऊंची उड़ान
भर लो पर
तुम्हारे हाथ
एक जगह खड़े रहने पर भी
नहीं आऊंगा क्योंकि
तुम्हारी कोरी कल्पना की
हकीकत से भी
परे हूं मैं।
