कहानियों में बीता एक साल
कहानियों में बीता एक साल
हर दिन लिखी एक नई कहानी,
कभी हंसी, कभी ग़मों की रवानी।
जनवरी की ठंड में शुरू हुआ सफर,
आशाओं से भरा था मन का शहर।
फरवरी ने लाए प्रेम के रंग,
खुशियों के सुर, जीवन के संग।
मार्च में आई चुनौतियों की बयार,
पर हिम्मत ने थामा हर बार।
अप्रैल का मौसम था रंगीन,
ख्वाबों ने ओढ़ा उम्मीदों का दिन।
मई ने सिखाया धैर्य का पाठ,
सूरज की तपिश, मेहनत की बात।
जून में बरसे सपनों के बादल,
मन के आंगन में महके हर पल।
जुलाई ने दी सीखें गहरी,
जीवन की धारा कभी न ठहरी।
अगस्त में जगी आज़ादी की धुन,
सपनों की उड़ान बनी जीवन का गुन।
सितंबर लाया बदलाव का इशारा,
नई कहानियों का हुआ किनारा।
अक्टूबर से दिसंबर तक का सफर,
यादों की बगिया, सजी हर पल।
एक साल, कहानियों का कारवां,
जीवन को गढ़ता, हर नई दास्तां।
