STORYMIRROR

Sarita Kumar

Inspirational

4  

Sarita Kumar

Inspirational

मैं हूं ना

मैं हूं ना

1 min
209


तुम्हारे कहे ये जादुई शब्दों ने 

मुझे रोक लिया था

वरना जीवन के रखवालों ने 

टिकट कन्फर्म कर दिया था 

उम्मीद नहीं थी तुमसे

ना तुम पर कोई इख्तियार था

पर न जाने क्यूं 


मुझे तुम्हारा इंतज़ार था 

न वादा किया था, ना दिलाई थी यकीन

मगर , जब तलबगार हुई 

तो हाजिर तुम हुए 

मोहब्बत मेरी सच्ची थी 


या फिर तुम वफादार थे

बात चाहे जो भी रही हो 

काफी है यह भी 

कि तुम साथ हो 

मैं हूं न

ये तुम्हारे जादुई शब्दों ने 

मुझे रोक लिया है !


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational