जिंदगी है इक परीक्षा
जिंदगी है इक परीक्षा
जिंदगी है इक परीक्षा, मुश्किल यहां तैयार है,
मुश्किलों से मुख छिपाना मान लीजै हार है !
होंसलों से हर मुसीबत को तू पल में जीत ले,
कंटको की राह पर तू पग बढ़ाना सीख ले,
ये ज़रूरी तो नहीं के हर गली गुलज़ार है !
मुश्किलों का सामना फ़ौलाद बनके कर सदा,
जब तलक है सांस ये, तू फर्ज़ अपना कर अदा,
आंसुओं को यूँ बहाना तो बड़ा बेकार है !
शान से जी ले मिली तुझको यहाँ जो जिंदगी,
रात दिन तू कर सदा ही उस प्रभू की बन्दगी,
जिंदगी का ये सफ़र ही सिर्फ दिन दो चार है !
खो नहीं ईमान अपना, हो भले कैसी डगर,
पांव रखना तू सम्भलकर, है अनोखा ये सफ़र,
कामयाबी है उसी की जो यहाँ खुद्दार है !
