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बेज़ुबानशायर 143

Inspirational

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बेज़ुबानशायर 143

Inspirational

// नई शुरुआत //

// नई शुरुआत //

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चलो आज फिर एक नई शुरुआत करते हैं

कुछ बातें हो गई है पुरानी

आज हम मिलकर एक नई बात करते हैं

जब कोई दिल दुखाए।

उस दुःख को दूर करने की बात करते हैं


बीते हुए कल को भूल जाओ

आने वाले कल को हम याद करते हैं

समाज के साथ आगे बढ़ना है

चलो आज फिर एक नया बदलाव करते हैं


वक्त अच्छा नहीं रहा तो क्या

अब उस वक्त को बदलने की बात करते हैं

सूर्य अस्त जरुर हो गया है

देखो आज एक नए सवेरे की बात करते हैं

अंत हो रहा है कल का

चलो आज फिर एक नई शुरुआत करते हैं


जो बिछड़ गए है हम से

आज उनसे फिर एक नई मुलाक़ात करते हैं

दिल दे कर नजरे क्यों चुराते हो

आज एक बार फिर मोहब्बत की बात करते हैं

पतझड़ के बीत जाने पर

आज हम फिर आने वाले वसंत की बात करते हैं

ज़िन्दगी एक सफ़र है

आज हम मंजिल तक पहुँचने की बात करते हैं

नारी का बहुत हुआ है अपमान


चलो साथ मेरे उन्हें सम्मान देने की बात करते हैं

साल नया आया है

चलो मिलकर हम नए साल का आग़ाज करते हैं।


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