अमृत महोत्सव
अमृत महोत्सव
स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव,
आज़ादी का अमृत महोत्सव,
पूरे हुए पिछत्तर वर्ष आज़ादी के
कितनों का बलिदान है ,
कितनों का योगदान है।
हमारे वैज्ञानिकों की सामर्थ्य,
एवं उनकी प्रतिबद्धता है।
मज़बूती से आगे बढ़ें,
हमारे पास गँवाने के लिये
एक पल भी नहीं है।
कुछ ऐसा नहीं
जो कर न सको।
भारत का अनमोल समय है,
लक्ष्य को यथार्थ में बदलें,
बदलने का समय है।
भगतसिंह, चन्द्रशेखर आज़ाद,
खुदीराम बोस, सुंभाषचन्द्र बोस,
और सब स्वतंत्रता सेनानियों को
स्मरण करने का दिन है,
अभिनन्दन करने का दिन है।
उनके आदर्शों का
मंत्र संकल्प लें,
देश की शान गिरने न दें,
गंधी नेहरू तिलक के आदर्शों को,
मूर्त रूप देने का दिन है।
कोई बाधा आ नहीं सकती,
यह हमारी जीवन्तता है।
उठो भारत के भाग्य के फहरा दो,
कुछ ऐसा नहीं जो कर न सको,
कुछ ऐसा नहीं जो पा न सको।
