तुम में न विकार है, अपनों से बस प्यार है। आज़ादी के नाम पे, ग़ुलामी मिला अधिकार है। तुम में न विकार है, अपनों से बस प्यार है। आज़ादी के नाम पे, ग़ुलामी मिला अधिक...
याद रखेंगे हम सदा उन वीरों के बलिदान को कम ना होने देंगे कभी भारत मां की शान को। याद रखेंगे हम सदा उन वीरों के बलिदान को कम ना होने देंगे कभी भारत मां की शान...
सपने देख देख कर सबकी, उम्र यूं ही गुज़र है जाती कभी तो मंज़िल मिल जाती है, कभी निराशा हाथ है आती सपने देख देख कर सबकी, उम्र यूं ही गुज़र है जाती कभी तो मंज़िल मिल जाती है, कभी ...
वरना दुर्गा का रूप हूं मुझे आज़ादी चाहिए वरना दुर्गा का रूप हूं मुझे आज़ादी चाहिए
ख्वाबों के जहां में खुली पतंग सी हूँ मुझे आज़ादी चाहिए सालाखों मे कब तक रहूं कैद ख्वाबों के जहां में खुली पतंग सी हूँ मुझे आज़ादी चाहिए सालाखों मे कब तक ...