STORYMIRROR

chandraprabha kumar

Inspirational

4  

chandraprabha kumar

Inspirational

संकल्प सिद्धि

संकल्प सिद्धि

1 min
288


  नव संकल्पों को आधार बनाओ, 

  संकल्पों की सिद्धि

  गौरव की ओर ले जायेगी,

  संकल्प साथ परिश्रम की पराकाष्ठा हो। 


  पराक्रम की पराकाष्ठा से,

  सम्पूर्ण विश्व के लिये,

  प्रभावी योगदान हो। 

  अभी से जुट जाना है। 


 अपने आप को बदलना होगा,

 अपने आप को ढालना होगा,

 संकल्पों को साकार करना है 

 समयबद्ध प्रयास करना है। 


 पूर्णता की ओर जाना है,

 सर्व समावेशी विकास करना है,

 आकांक्षाओं को जगाना है,

  फ़लक विस्तृत करना है। 


 सम्पूर्ण शक्ति लगानी है,

 सामर्थ्य को अपनी पहचानो,

 यही समय है, सही समय है,

 ताक़त को अपनी पहचानो।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational