युवा आगाज
युवा आगाज
उठ जाग जाग मेरे देश के जवान।
तू सो रहा और सारा जग है परेशान।।
आलस के बाहों में क्यो तू सो रहा
नशों की सरिता में खुद को डुबो रहा
जाग जाग ........तू सो रहा और ......
यही समय है कुछ करके दिखाने का,
संग अपना नाम देश को चमकाने का।
तुझमे है ओ शक्ति तू खुद को पहचान,
बनाके इतिहास दिखा तू है भारत की शान।।
जाग जाग मेरे ......
तू सो रहा और .......
कर बहनों का इज्जत तू हो मान रखवाला ।
मिटा उनको करे जो अपमान हो मतवाला ।।
उठा शास्त्र अपनी शक्ति से न हो अनजान।
बन के फौलाद तू बना दे अपनी पहचान।।
जाग जाग मेरे ........
तू सो रहा ........
सारे जग को रोशन कर,
सूर्यमणि सा प्रकाश कर।
साहस का सरिता बहाकर,
देश वीर का आगाज कर।।
मत भूलो तुम उस देश के हो,
जहाँ महापुरुषों ने जन्म लिया
जाति धर्म की तोड़ दीवारें,
देश धर्म को अखंड किया।।
जाग जाग मेरे देश के जवान
तू सो रहा और जग है परेशान।