आस
आस
जिस तरहां गुरबतें हौसला देती हैं
तुम भी मुश्किलों में हौसला दे जाया करो
मुझमें उम्मीद का कोई पन्ना बाकी है
जाते जाते उस तलक मुझे पहुंचाया करो
कोशिशें करीने से जीने की तो होती हैं
जब भी उलझ जाऊं कोई रास्ता बताया करो
यतीम होने का अहसास जिन्हें दुख देता है
करीब से गुजरो तो उन्हें हल्के से सहलाया करो
खुदा की मुट्ठी में तमाम दुख दर्द को दवा होती है
जब कभी सजदा करो दुआ से दवा ले आया करो
तुम्हारे दोस्त,करीबी की फेहरिस्त ज़रा लंबी है
जिन्हें जरूरत हो,उनके दोस्त भी बन जाया करो
यकीं करो या ना करो मगर यह खुशी का सच है
कभी किसी आंखों से गिरे आंसू समेट आया करो
तमाम जिद, नाराजगी, बेरुखी जहन में हैं
मेरी मानो किसी वक्त उसे भूल के टहल आया करो
मुझमें उम्मीद का कोई पन्ना बाकी है
जाते जाते उस तलक मुझे पहुंचाया करो
तमाम जिद, नाराजगी, बेरुखी जहन में हैं
मेरी मानो किसी वक्त उसे भूल के टहल आया करो