STORYMIRROR

Apoorva Singh

Romance

2  

Apoorva Singh

Romance

आपकी याद में

आपकी याद में

1 min
265

उनके इंतज़ार में पलकें बिछाए बैठे हैं

पिछले मिलन की यादों को दिल में

छुपाए बैठे हैं

वो हैं हमसे दूर तो हुआ क्या

तस्वीर उनकी आँखों में सजाए बैठे हैं।


हमें देख के उनका खिलना याद है

खिलते ही मुस्कुराना याद है

यूं तो है मौसम पतझड़ का 

पर हम हर बगिया में फूल खिलाए

बैठे हैं।


ताउम्र हो मेरा इंतज़ार, मुमकिन है

चाहने वाले हो आपके हज़ार, मुमकिन है

यूं तो हैं आशिक हमारे भी बेहिसाब

पर क्या करें, आपसे ही दिल लगाए

बैठे हैं।


हो जाएं हम नज़रअंदाज़, मुमकिन है

जाए डूब मेरे इश्क का जहाज़,मुमकिन है

यूं तो नहीं है पल आपके पास दीदार के भी

पर हम हैं कि बरसों से आस लगाए

बैठे हैं।


वो नजर से नजर मिलाना याद है

वो आँखों से मुस्काना याद है

यूं तो नहीं पलटते हैं हम हर किसी पे

पर आप पर सब कुछ लुटाए बैठे हैं।


तरसे ये बाहें, मुमकिन है

तरसती हैं राहें, मुमकिन है

यूं तो नहीं है आपको इल्म

इस जिस्म का

पर हम हैं, होठों पर प्यास

बनाए बैठे हैं।


हमें गले से लगाना याद है

हाथ पे हाथ फिराना याद है

यूं तो नहीं छुआ कोई कभी भी हमें

पर आप ही से दिल चुमाए बैठे हैं



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance