आओ जुड़ें एक डोर से हम
आओ जुड़ें एक डोर से हम


आओ जुड़ जाएँ एक दूसरे से हम
आओ मनाएँ खुशियाँ भूल के सारे गम
एक ही मिट्टी से बने हैं हम मानव
हम न देवता हैं ना दानव।
परंतु हम सब में है एक राम और रावण
आओ जगाएँ अंदर के राम को,
भूल के सारे वर्ण, हमारी एकता ही है
हमारी सबसे बड़ी शक्ति।
साथ रहें यही है विधाता की असली भक्ति
धर्म इस संसार में है केवल एक
रूप उसके चाहे हो अनेक
हम जुड़े हुए हैं मानवता की डोर से।
घेरा हुआ है प्रेम ने हमको सब ओर से
तो आओ हम भी घेर लें खुद को प्रेम से
प्रेममय वातावरण बनाएँ सभी के सहयोग से
भारत है ये, और ये ही है भारत की पहचान।
यहाँ सब समान है और मिलता है सभी को मान।