STORYMIRROR

AKSHAT YAGNIC

Inspirational

3  

AKSHAT YAGNIC

Inspirational

आओ जुड़ें एक डोर से हम

आओ जुड़ें एक डोर से हम

1 min
528


आओ जुड़ जाएँ एक दूसरे से हम

आओ मनाएँ खुशियाँ भूल के सारे गम

एक ही मिट्टी से बने हैं हम मानव

हम न देवता हैं ना दानव।


परंतु हम सब में है एक राम और रावण

आओ जगाएँ अंदर के राम को,

भूल के सारे वर्ण, हमारी एकता ही है

हमारी सबसे बड़ी शक्ति।


साथ रहें यही है विधाता की असली भक्ति

धर्म इस संसार में है केवल एक

रूप उसके चाहे हो अनेक

हम जुड़े हुए हैं मानवता की डोर से।


घेरा हुआ है प्रेम ने हमको सब ओर से

तो आओ हम भी घेर लें खुद को प्रेम से

प्रेममय वातावरण बनाएँ सभी के सहयोग से

भारत है ये, और ये ही है भारत की पहचान।


यहाँ सब समान है और मिलता है सभी को मान।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational