आओ होली खेलें रे
आओ होली खेलें रे
आओ होली खेले रे
आओ रंग बरसाएं रे
खूब उड़ाओ रंग गुलाल
केसरिया की जय जयकार
काला नीला नहीं चलेगा
पिला सबका मन हर्षेगा
लाल गुलाबी मन मोहेगा
प्रियतम करे ठिठोली मुझसे
किसे लगाऊँ रे
आओ होली खेले रे
कोई बूटी लेकर आया
कोई ढोल मंजीरा लाया
बाबाजी का चिमटा लाया
किसका साजन किसको भाया
गोरिया धुन पर नाची रे
आओ होली खेले रे
कभी जहाँ बंदूक चली थी
दो दुश्मन में जंग छिड़ी थी
एक दूजे की गोली खाकर
खूं की पिचकारी छोड़ी थी
उन्हीं दिलों में प्रेम जगाने
होली आई रे
आओ रंग बरसाएं रे
मिलकर होली खेले रे