बदनसीबी
बदनसीबी
यह समय नही है
अपने घाव दिखाने का
किसी को
दिलचस्पी नही है
तुम्हारी परेशानी जानने में
तुम्हे क्या लगता है
बदनसीबी
सिर्फ तुम्हारे ही पीछे पड़ी है
नही जनाब
यहाँ सब
अपने अपने
हिस्से की तकलीफ
भोग रहे है
सच बताना
जब अपने हिस्से की खुशी
तुम्हारी झोली में आई थी
तब तुमने
किस किस का
दुःख बाटा था
जिस सड़क से चलकर
तुम यहाँ तक आए हो
उसी से जुड़े फुटपाथ पर
कड़कड़ाती ठंड में
दर्द से बिलखते कई लोग
भूखे सो जाते है
उस अनुपात में
तुम्हारी तकलीफ
कुछ नही है
इसीलिए जाओ मित्र
जाओ और सो जाओ
क्योंकि
यह मुनासिब समय नही है
किसी को
अपनी तकलीफ़ बताने का !
