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AVINASH KUMAR

Romance

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AVINASH KUMAR

Romance

आँखें तुम्हारी........

आँखें तुम्हारी........

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बड़ी ही खूबसूरत है आँखें तुम्हारी !

बिजलियाँ गिराती है आँखें तुम्हारी !!


समंदर सी गहरी है आँखें तुम्हारी !

नशा है, जाम है, यह आँखें तुम्हारी !!


लगाती मुझ पे इल्ज़ाम है आँखें तुम्हारी !

मेरी सुबह, शाम है, आँखें तुम्हारी !!


इजहार जब करती है आँखें तुम्हारी !!

क़ातिल है, शातिर है, आँखें तुम्हारी !!


गुमसुम सी रहती है आँखें तुम्हारी !

बहुत कुछ कहती है आँखें तुम्हारी !!


देती दिल का पैगाम है आँखें तुम्हारी !

मेरा चैन है, सुकून है आँखें तुम्हारी !!



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