आँखें तुम्हारी........
आँखें तुम्हारी........
बड़ी ही खूबसूरत है आँखें तुम्हारी !
बिजलियाँ गिराती है आँखें तुम्हारी !!
समंदर सी गहरी है आँखें तुम्हारी !
नशा है, जाम है, यह आँखें तुम्हारी !!
लगाती मुझ पे इल्ज़ाम है आँखें तुम्हारी !
मेरी सुबह, शाम है, आँखें तुम्हारी !!
इजहार जब करती है आँखें तुम्हारी !!
क़ातिल है, शातिर है, आँखें तुम्हारी !!
गुमसुम सी रहती है आँखें तुम्हारी !
बहुत कुछ कहती है आँखें तुम्हारी !!
देती दिल का पैगाम है आँखें तुम्हारी !
मेरा चैन है, सुकून है आँखें तुम्हारी !!

