भूखे रहे, प्यासे रहे फिर भी पूरी न हुई दौड़ है भूखे रहे, प्यासे रहे फिर भी पूरी न हुई दौड़ है
वक़्त का हर पल इंतजार करें और झूठा सबसे प्यार करें ! वक़्त का हर पल इंतजार करें और झूठा सबसे प्यार करें !
इजहार जब करती है आँखें तुम्हारी !! क़ातिल है, शातिर है, आँखें तुम्हारी !! इजहार जब करती है आँखें तुम्हारी !! क़ातिल है, शातिर है, आँखें तुम्हारी !!
कोई देखता है छिपकर जैसे बाज सी फितरत है उसकी ! कोई देखता है छिपकर जैसे बाज सी फितरत है उसकी !
आज किसी का बन जाता है तो कल होता तेरा कहीं और ठिकाना आज किसी का बन जाता है तो कल होता तेरा कहीं और ठिकाना
थानेदार अब असमंजस में था बिना बात के कशमकश में था थानेदार अब असमंजस में था बिना बात के कशमकश में था