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Raakesh More

Romance

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Raakesh More

Romance

आज तेरी बाहो मे

आज तेरी बाहो मे

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आज तेरी बांहों में 

रुकने को दिल करता है 

तेरी इबादत में आज 

झुकने को दिल करता है || 0 ||


क्यों इतना प्यार 

आया है तुझपर 

क्या यह नशा 

छाया है मुझपर 

अपनी हस्ती भी तुझपर 

फुंकने को दिल करता है 

तेरी इबादत में आज 

झुकने को दिल करता है || 1 ||


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