आईना
आईना
आईना हूं तेरा..
यही तो कहा था तूने,
तुझे देख
सजने संवरने लगी थी मैं,,
वो लाली वो बिंदी,
वो चुनरी वो काजल,,
तुझे देख शरमाने लगी थी मैं..
तुम मेरे सदा ही रहोगे,
बात तेरी मानने लगी थी मैं
सुना था आईना सच बोलता है
झूठ तूने फिर क्यों चुना था
रुसवा आइने को क्यों किया??