प्रेम एक एहसास
प्रेम एक एहसास
अजूबा-सा है यह एहसास,
डूबा है जिसमें पूरा संसार,
जिंदगी को जिंदगी से करता है जो मेल,
वही तो है एक पवित्र प्रेम।
राधा-कृष्ण उदाहरण स्वरूप हैं,
द्वापर युग में प्रेम की मूरत हैं,
जब रह जाता नहीं खुद का परवाह,
वही तो है सच्चा वाला 'चाह'।
प्रेम है मानो वह एहसास,
हैप्पी हार्मोन का करता है उत्पाद,
जीवन बन जाता है खुशियों का आवास,
मिलता है जब सच्चा वाला प्यार।
लैला-मजनूँ का प्रेम अमर है,
प्रेमियों के लिए कथा-प्रसंग है,
दुख-तकलीफ सब हो जाता है दूर,
जहाँ होता है प्रेम का वजूद।