Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Praveen Gola

Romance

4  

Praveen Gola

Romance

क्या होता प्यार ?

क्या होता प्यार ?

1 min
418


बढ़ जाती तेरे आने से,

इस दिल की धड़कन बार - बार,

तू अंजान बन कर ना समझे,

कि मैँ करती हूँ तुझसे प्यार।


आँखों - आँखों में समझाया,

होठों से तुझको ललचाया,

तूने बेरुखी से कितना,

मेरे दिल को दूर भगाया।


बढ़ जाती तेरे आने से,

इस दिल की धड़कन बार - बार,

तू अंजान बन कर के कहता,

कि क्या होता है भला ये प्यार ?


जब कपड़े थोड़े और खिसकाये,

तेरे बदन पर पसीना आये,

तूने फिर हौले - हौले से,

खामोशी से किया इज़हार।


बढ़ जाती तेरे आने से,

इस दिल की धड़कन बार - बार,

तू अब हँस कर अक्सर कहता,

कुछ तो होता है ये प्यार।


जब सह न सकी तेरी रुसवाई,

तब बेशर्मी थोड़ी और दिखाई,

धीरे - धीरे बदन पर अपने,

तेरे नाम की भस्म लगाई।


बढ़ जाती तेरे आने से,

इस दिल की धड़कन बार - बार,

मेरे बदन से लिपट के अब तू,

समझ गया क्या होता प्यार।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance