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Rajit ram Ranjan

Romance

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Rajit ram Ranjan

Romance

आदत बड़ी गन्दी है

आदत बड़ी गन्दी है

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बाहों में भर लो मुझे,

हवा बह रही बड़ी ठंडी-ठंडी है

ये मेरी ख़्वाहिश नहीं,

ख़ुदा की रजामंदी है


तुम रोज़-रोज़ जुल्फें लहरा कर,

मेरे घर के सामने से गुजरती हो, 

जानेमन ये आदत बड़ी गन्दी है


मैखाने कैसे जाऊँ,

आज तो ड्राई-डे है,

और जेब में भी बड़ी मंदी है

बाहों में भर लो मुझे,

हवा बह रही बड़ी ठंडी-ठंडी है...



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