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ritesh deo

Tragedy

4  

ritesh deo

Tragedy

आधुनिक सभ्यता

आधुनिक सभ्यता

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आधुनिक सभ्यता का मतलब जीवन मूल्यो और आदर्शो को नष्ट करना नही है_*


 एक जमाना था, तन ढकने को कपड़े न थे ,

फिर भी लोग तन ढकने का प्रयास करते थे।

आज कपड़ों के भंडार हैं, फिर भी तन दिखाने का प्रयास करते है 

*हम सभ्य जो हो रहे हैं।*


एक जमाना था, आवागमन के साधन कम थे।

फिर भी लोग परिजनों से मिला करते थे।

आज आवागमन के साधनों की भरमार है।

फिर भी लोग न मिलने के बहाने बताते है।

*हम सभ्य जो हो रहे हैं।*


एक जमाना था, गाँव की बेटी का सब ख्याल रखते थे।

आज पड़ौसी की बेटी को भी उठा ले जाते है।

*हम सभ्य जो हो रहे हैं।*


एक जमाना था, लोग नगर-मौहल्ले के बुजुर्गों का हालचाल पूछते थे।

आज माँ-बाप तक को वृद्धाश्रम मे डाल देते है।

*हम सभ्य जो हो रहे हैं।*


एक जमाना था, खिलौनों की कमी थी।

फिर भी मौहल्ले भर के बच्चे साथ खेला करते थे।

आज खिलौनों की भरमार है, पर घर-द्वार तक बंद हैं। 

*हम सभ्य जो हो रहे हैं।*


एक जमाना था, गली-मौहल्ले के जानवर तक को रोटी दी जाती थी ।

आज पड़ौसी के बच्चे भी भूखे सो जाते है।

*हम सभ्य जो हो रहे हैं।*


एक जमाना था, नगर-मौहल्ले मे आए अनजान का पूरा परिचय पूछ लेते थे।

आज पड़ोसी के घर आए मेहमान का नाम भी नहीं पूछते

*हम सभ्य जो हो रहे हैं।*


वाह री सभ्यता ! वाह री सभ्यता ! वाह री सभ्यता।


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