आधी रात की फुसफुसाहट
आधी रात की फुसफुसाहट
कभी रग-रग में भरकर खौफ।
बना देती है रात को खौफनाक।
आधी रात की वो फुसफुसाहट।
भुला देती है तुम्हारा प्यार।
कभी रग-रग में भरकर रोमांच।
कर देती है रात को नींद से ही अनजान।
आधी रात की वो फुसफुसाहट।
याद करती है फिर पूरी रात तुम्हारा प्यार।
