ये सुविचार हम क्यों पढ़े?
ये सुविचार हम क्यों पढ़े?
सुविचार पढ़ता तो हर कोई है अमल एक दो ही कर पाते हैं। सुविचार जिंदगी से जुड़े तथ्य के बारे मे दर्शाता है। सुविचार दिमाग को एक उर्जा प्रदान करता है, जिस तरह हम पर नकरात्मक बातों का नकरात्मक असर पढ़ता है।
उसी प्रकार सकारात्मक विचारों का सकारात्मक असर पढ़ता है। उल्टा-सीधा हर कोई पढ़ाकर चला जाएगा पर सीख देने वाला हर वक्त काम आएगा। इंसान जब भूखा हो तो भूख की तलब लगती है, उसी प्रकार इंसान भटका हो तो विचारों की भूख लगती है। हम नहीं बदल सकते पर हमारे विचार तो बदल सकते हैं। उसी प्रकार खुद को न बदलो विचारों को बदलो ईश्वर की पूजा संकट के समय करते हैं, वैसे तो हम याद ही नहीं करते हैं। संस्कार घर से निकलते हैं बाहरी बनावट में बिखर जाते हैं बुध्दिमान व्यक्ति केवल ज्ञान दे सकता हैं स्वीकार करना तुम्हारे हाथों में है। क्योंकि हर इंसान एक जैसा होगा पर विचार हर किसी का अलग होगा।