STORYMIRROR

Arunima Thakur

Abstract Children Stories Inspirational

4  

Arunima Thakur

Abstract Children Stories Inspirational

चिंकी की सीख

चिंकी की सीख

10 mins
459

   "ऐ चिंकी यह फोन लेकर क्या कर रही है ? चल मेरा फोन वापस कर, अब मत कहना कि तू फोन पर पढ़ाई कर रही है। अभी तेरे स्कूल खुल गए हैं।" "पर माँ स्कूल अभी पूरी तरह से नहीं खुले है I शिक्षक लोग अभी भी नोट्स और होमवर्क (गृहकार्य ) फोन पर ही भेजते हैं", कहते हुए चिंकी ने माँ को फोन पकड़ा दिया, "लो खेलो अपना कैंडी क्रश।" सुजाता आराम से बैठ कर कैंडी क्रश खेलने जा रही थी कि तभी फोन की घंटी बजी।

"मम्मा किसका फोन है?"

"क्या पता?" "मम्मा कितनी बार आपको समझाया है। एक बार देख लिया करो। कोई स्पैम फोन नंबर हो तो मत उठाया करो।"

"चल चल ज्यादा मेरी सॉसू मत बन। हैलो हाँ. . . जी नहीं ? ईमेल आईडी तो मुझे याद नहीं है। अच्छा रुकिएँ एक मिनट पूछ कर बताती हूँ। चिंकी मेरी ईमेल आईडी क्या है?"

"मम्मी ईमेल आईडी क्या करोगी?"

"अरे बाबा बैंक से फोन है। उनको ईमेल आईडी चाहिए।" चिंकी ने मम्मी के हाथ से फोन लेते हुए फोन पर कहा, "जो भी विवरण, जानकारी आपको चाहिए होगी वह हम बैंक में आकर जमा कर देंगे" और कॉल बंद कर दी।

सुजाता बोली, "पागल हो गई है क्या ? जरा सी चीज के लिए बैंक जाएगी। वह ईमेल आईडी ही तो माँग रहा था।"

"अरे मम्मा आप बहुत भोली हो। आपको कितनी बार समझाया कि बैंक वाले इस तरह से किसी भी डॉक्यूमेंट या जानकारी की माँग नहीं करते हैं।" "पर कोई मेरा ईमेल आईडी लेकर क्या कर लेगा ? उसका पासवर्ड भी तो उसे नहीं पता होगा।"

"मेरी भोली सी प्यारी सी मम्मी यह जो हैकर्स होते हैं ना इनके लिए पासवर्ड बहुत छोटी सी चीज है।" अच्छा तो बता यह मेरा अकाउंट हैक करके क्या करेंगे?" "मम्मी आप सोच भी नहीं सकती हो अकाउंट हैक करके क्या क्या कर सकते हैं ? सबसे पहली बात तो वह आपका अकाउंट हैक करके आपके सिम का क्लोन सिम बनवा सकते हैं।" "क्या बात कर रही है ? और किसी को मेरे क्लोन सिम से क्या फायदा होगा"?

"मम्मा आपका जो सिम कार्ड बैंक में रजिस्टर है। जिस पर आपकी ओटीपी आती है, बैंक से मैसेजेस जाते हैं, जब आपके सिमकार्ड का क्लोन बन जाएगा तो सारे मैसेजेस आपके क्लोन सिम पर जाएंगे। इस तरह से हैकर्स आपके अकाउंट से आसानी से पैसा निकाल सकते हैं। कभी-कभी होता क्या है कि हैकर्स क्लोन सिम बनाने के बाद आपके ओरिजिनल ( वास्तविक ) नम्बर (सिम) को डीएक्टिवेट (निष्क्रिय ) कर देते हैं और आपको पता भी नहीं चलता। आपको लगता है कुछ नेटवर्क में परेशानी होगी। और उसी बीच में वह आपके बैंक से सारे पैसे निकाल लेते हैं।" सुजाता आँखें बड़ी करती हुई बोली, "हे भगवान ऐसा भी है क्या ? तुझे किसने बताया?" "मम्मा क्लास में हमारी कंप्यूटर मिस ने हमें साइबर क्राइम के बारे में समझाया था।"

"यहीं ना कि हमें ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते वक्त बहुत ध्यान रखना चाहिए।"

"अरे मेरी प्यारी मम्मा सिर्फ पैसों का फ्राड ही साइबर क्राइम नहीं कहलाता हैं। कम्प्यूटर या मोबाइल द्वारा अंजाम दी गयी सारी घटनाएँ साइबर क्राईम के दायरे में आती हैं। मम्मा हम जो संदेश फेसबुक, और व्हाट्स अप जैसी सोशल साइट के द्वारा पोस्ट या फारवर्ड करते हैं उसमें भी सावधानी रखनी चाहिए। कोई गलत संदेश जो हम जाने अनजाने फारवर्ड कर देते हैं वह भी साइबर क्राईम कहलाता हैं। मम्मा यहाँ तक कि जब हम कोई फोटो इंटरनेट से लेकर प्रयोग करते हैं तो यह भी साइबर क्राईम माना जाता हैं क्योंकि हमने बिना इजाजत किसी की जानकारी का उपयोग किया।"

"अच्छा और बता मुझे साइबर क्राइम के बारे में और इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए"?

कुछ खास नहीं मम्मा पर कभी भी फोन उठाने से पहले देख लेना चाहिए कि नंबर स्पैम तो नहीं है अगर स्पैम नंबर हो तो फोन उठाना ही नहीं चाहिए। जब भी आप फेसबुक वगैरह पर किसी का फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करते हैं तो भी देख लेना चाहिए कि जिस फ्रेंड से रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर रहे हो वह सही है या नहीं।" "पर चिंकी फेसबुक रिक्वेस्ट से साइबर क्राइम का क्या लेना देना?" मम्मा ऑनलाइन ठग इसी ताक में रहते हैं क्योंकि लोग फेसबुक पर अंधाधुधं सब की फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट कर लेते हैं। तो वह क्या करते हैं किसी की भी अकाउंट से फोटो उठाकर उसका एक नकली अकाउंट बनाते हैं उसके सारे फ्रेन्डस के पास उसकी फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट भेजते हैं और हम बहुत बार बिना सोचे कि जब वह पहले से ही हमारा फेसबुक दोस्त है उससे दोबारा हमें फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट क्यों भेजी है बिना सोचे समझे उसकी रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर लेते हैं।

"तो इससे क्या फर्क पड़ता है?"

"मम्मा एक बार नकली फेसबुक अकाउंट बन जाता है फिर ना वह लोग मैसेंजर के द्वारा उस अकाउंट से सम्बधित सभी लोगों को मैसेज भेजते हैं कि उन्हें पैसे की जरूरत है और बहुत बार हम यह सोच कर की मैसेंजर से मैसेज आ रहा है मतलब सही होगा हम पैसों से उनकी मदद कर देते हैं। जबकि वास्तव में यह पैसे हमारे परिचित ने नहीं उन लोगों ने माँगे होते हैं। हमारी टीचर ने समझाया कि अगर कभी भी मैसेंजर से आपको मैसेज आए तो तुरंत वीडियो कॉल करके देखें।" 

"उससे क्या होगा?"

मम्मा वीडियो कॉल करने पर ये पता चल जाएगा कि उस तरफ फोन करने वाला हमारा परिचित है या कोई ठग। अगर ठग होगा तो वह वीडियो कॉल रिसीव ही नहीं करेगा या फिर वह आपको इस तरह से दिखाएगा कि वह हॉस्पिटल में है, बहुत व्यस्त है और वह आपसे बार-बार जल्दी से जल्दी पैसे की माँग करेगा।" 

"हाय राम चिंकी ऐसे तो कोई सच में मुसीबत में होगा और हम मदद नहीं करेंगे तो कितना खराब लगेगा ना।"

"नहीं मम्मा ऐसे कभी मैसेंजर पर मैसेज आए ना तो सीधा फोन करके पहले एक बार पूछ लेना चाहिए कि भाई मैसेंजर से मुझे मैसेज आया है क्या यह मैसेज तुमने ही भेजा है ? ऐसे बिना किसी जानकारी के जल्दबाजी में किसी के भी साथ पैसे का लेन-देन नहीं करना चाहिए। "अरे मेरी माँ तू तो बहुत समझदार है।"

अरे मम्मा मेरी मिस ने हमें बहुत सारी बातें बताईं। मालूम है कितनी तो यह जो शॉपिंग साइट होती ना, वह भी फ्रॉड (डमी) होती है। हम कोई बहुत अच्छी चीज सस्ती देख कर उनको आर्डर कर देते हैं। हमको लगता है हमको वह सस्ती मिल रही है। पर ऐसा होता नहीं है। वह हमें महँगी चीजें सस्ती दिखाकर हम से पैसे मँगा लेते हैं और बाद में सामान की डिलीवरी नहीं करते हैं या बहुत खराब सामान की डिलीवरी करते हैं और चूँकि ऐसी साइट रजिस्टर्ड भी नहीं होती है इसलिए हम इन पर कुछ दावा भी नहीं कर सकते हैं।

      मम्मा अभी कुछ दिन पहले मेरी सहेली की मम्मी को एक फोन आया था उसने उनको फोन करके बोला कि उसके पापा के नाम की एक पॉलिसी मैच्योर (परिपक्व ) हो गई है। फोन करने वाले ने बोला, "हैलो मैं सुधीर जी से बात कर सकता हूँ। फोन पर यह सुनकर सुप्रिया (सहेली की मम्मी) की आवाज उसके गले में ही अटक गई फिर वह बोली, "नहीं उनको गुजरे हुए तो चार साल हो गए।" आप कौन बोल रही हैं ? "जी मैं उनकी पत्नी।" "देखिए हमें बहुत दुख हुआ यह सुनकर। हम एलआईसी ऑफिस की मुख्य शाखा से बोल रहे हैं उनकी पॉलिसी थी वह परिपक्व (मैच्योर ) हो गई है और उसे आपने क्लेम नहीं किया है।"

"नहीं उनकी सॉरी पॉलिसी उनकी मृत्यु के बाद क्लेम कर ली गई थी।"

"शायद इस पॉलिसी के बारे में आपको मालूम नहीं था। यह पॉलिसी साल भर पहले मैच्योर हो गई है और क्लेम ना होने की स्थिति में हेड ऑफिस इंदौर भेज दी गई है। हम हेड ऑफिस से बोल रहे हैं। आपको दो दिन का समय दिया जाता है। आप अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक डिटेल और दो फोटो मेरे व्हाट्सएप नंबर पर भेज दीजिए।"

"पर सर इस तरह की किसी पॉलिसी के बारे में मुझे जानकारी नहीं है।"

"देखो बहन तुम्हारे ऊपर इतना बड़ा दुख टूटा है। मुझे भाई जैसा ही समझो तुम्हारे भले के लिए कह रहा हूँ। पॉलिसी के ₹ 5 लाख तुम्हें मिलेंगे तुम्हें सिर्फ डॉक्यूमेंट (क़ागज़ात) ही तो भेजने हैं।"

"पर बैंक डिटेल तो पॉलिसी के साथ ही जमा कर दी गई थी। अब आप वापस क्यों माँग रहे हो?"

"नहीं वह शायद आपके पति के नाम पर थी। अभी शायद आपने अपने नाम पर करवा लिया होगा। इसलिए वह अकाउंट निष्क्रिय दिखा रहा है।"

"देखिए मैंने कोई भी खाता अपने नाम पर नहीं किया है।"

"देखो बहन तुम्हारें भले के लिए कह रहा हूँ। तुम्हारे भाई जैसा हूँ। पाँच लाख मिल रहें हैं तो क्यों ना बोल रही हो?"

"पर मैं अभी बाहर हूँ। मेरे पास काग़जात नहीं है। इतना कहकर सुप्रिया ने फोन रख दिया I वापस से फोन की घंटी बजी। उधर से आवाज आई कुछ विशेष परिस्थितियों में हम अपनी समय सीमा बढ़ा भी सकते हैं। जब भी आपके पास समय हो दो चार दिनों के भीतर, आप अपने कागजात हमें भेज दें।"

"पर मेरे पास स्मार्टफोन नहीं है मैं व्हाट्सएप नहीं कर सकती।"

"कोई बात नहीं मैं पता बता देता हूँ। आप कुरियर कर दो।"

"पर कुरियर तो पाँच दिन से ज्यादा समय लेगा।"

"देखिए आप भेज दीजिए हम आपकी मदद करना चाहते हैं।"

सुप्रिया ने बोला, "ठीक है मैं करती हूँ।"

"और हाँ जिस बैंक की जानकारी दीजिएगा उसी बैंक का एक 40000 रुपये का चेक भी भेज दीजिएगा।"

"अब यह ₹40000 क्यों?" नहीं वह आपके कागजात मुख्य ऑफिस में आ गए ना, तो उसकी फीस हैं।" १

"देखिए आप जो ₹ 5 लाख दे रहे हैं उनमें से ₹40000 काट दीजिएगा।

" नहीं बहन या यह पैसा तो आपको ऑफिस से मिलेगा। पैसा चाहिए तो चालीस हजार का चेक भेज दीजिएगा।"

"मुझे नहीं चाहिए। मेरे पास चालीस हजार नहीं है।"

"तो दोस्तों से माँग लीजिए। मिलने पर वापस कर दीजिएगा।"

"नहीं मेरा कोई दोस्त, भाई , रिश्तेदार नहीं है। एक आप ही जानकार हो आपकी तरफ से आप ही भर दो बाद में में आपको दे दूंगी |

"वह हड़बड़ा गया।यह भी कहीं होता है। जाने दो आपके पाँच लाख चले जाएंगे। ठीक है आप अपने कागजात भेजो मैं देखता हूं।"

तब सुप्रिया (सहेली की मम्मी) ने बोला, "अभी फोन रखो इससे ज्यादा टाइम पास मैं नहीं कर सकती। मुझे अच्छे से मालूम है तुम फ्रॉड हो। तुम्हें शर्म नहीं आती बहन बहन बोल कर ठगने की कोशिश कर रहे हो। वैसे बता दूँ कि मैं एलआईसी में काम करती हूं और एलआईसी किसी भी पॉलिसी के लिए किसी भी तरह का पैसा नहीं माँगती है।

"पर चिंकी वह सच भी तो हो सकता था। ₹ पाँच लाख मिल जाते सिर्फ कागजात ही तो भेजने थे।"

नहीं मम्मा इस तरह से अपने डॉक्यूमेंट ऑनलाइन किसी को भी नहीं देने चाहिए। मम्मा यह हमारी जानकारी किसी को बेच भी सकते हैं और उसका दुरुपयोग भी किया जा सकता है। जैसे कि आधार कार्ड पैन कार्ड द्वारा ये लोग आपके नाम पर सिम कार्ड निकाल सकते हैं या होटल बुक कर सकते हैं या अन्य कोई भी गलत काम कर सकते हैं।"

"हे भगवान चिंकी चारों तरफ कितने बुरे लोग हैं सीधे-साधे लोगों को ठगने की तैयारी में।"

"पर माँ थोड़ी सी सावधानी से हम इन सब साइबर फ्रॉड से बच सकते हैं।"

"चिंकी सुन ना अगले सोमवार को अपने घर पर किटी पार्टी है। तुमने ना जैसे मुझे समझाया वैसे ही यह सब बातें मेरी सहेलियों को भी समझाना। इस तरह की बातों के बारे में जागरूकता फैलनी ही चाहिए।

  माँ दूसरों को तो मैं जागरूक करूँगी पर तुम वादा करो आज के बाद कभी भी किसी अनजान (स्पैम ) नंबर की कॉल नहीं उठाओगी। कभी भी किसी भी फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करने से पहले एक बार देखोगी कि उसका अकाउंट सक्रिय है या नहीं। शॉपिंग हमेशा रजिस्टर्ड साइट से ही करोगी। और सबसे बड़ी बात अपनी कोई भी व्यक्तिगत जानकारी फोन पर किसी के साथ साझा नहीं करोगी।

"हाँ मेरी दादी अम्मा तू तो बहुत समझदार हो गई", कहते हुए सुजाता ने चिंकी को बाँहों में भर लिया। "मम्मी इसी बात पर मोबाइल दो ना थोड़ी देर खेलने के लिए।"

"ओए जा जाकर पढ़ने बैठ यह मेरा कैंडी क्रश खेलने का समय है।" 


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Abstract