सर्दियों की रात
सर्दियों की रात
सर्दियों की उन ठंडी रातों को
उसने बाहर बिताया
क्या सिर्फ इस लिए कि वह गरीब है
कोई उसका सहारा न बन पाया?
सब घर के अंदर भी ठंड का अहसास कर रहे थे
वह बाहर रहकर ठिठुरता हुआ भी
किसी से शिकायत न कर पाया
क्या सिर्फ इस लिए कि वह गरीब है
कोई उसका सहारा न बन पाया?
न जाने कितनी ऐसी रातें उसने बाहर बिताई
फिर भी किसी ने उसपर दया न दिखाई
बिन कंंलब बाहर सोया वो
शिकायत किसी से कर नहीं पाया
क्या सिर्फ इस लिए कि वह गरीब है
कोई उसका सहारा न बन पाया ?
