मां
मां
01-
देवि ही देवि
कल्याण है करती
मन हो सच्चा।
02-
ज्ञानी गुणी हैं
मूढ़ भी बनजाते
मां की कृपा।
03-
करो याद तो
निर्भय कर देती
हरे गरीबी।
04-
सिद्धि दायिनी
शक्ति समन्वय
मां कल्याणी।
05-
तुम प्रसन्न
दुख दर्द न रहें
धनी विपन्न।
06-
देवि अम्बिके
त्रय लोकेश्वरि मां
हम भजते।
07-
रोग नाशक
आश्रय है सबको
युवा बालक।
08-
ऊँ सती साध्वी
आर्या जया पुनीता
शूल धारिणी।
09-
मन : विचित्रा
आद्या दुर्गा भवानी
तारिणी चित्रा।
10-
सदा शोभिनी
पिनाक धारिणी मां
वाक् दायिनी।
11-
दक्ष नाशिनी
बहुवर्णी देवि मां
भव मोचनी।
12-
ऐन्द्री कौमारी
वाराही माहेश्वरी
विशाला ग्राही।
13-
मां उत्कर्षिणी
चण्डमुण्ड मारिणी
सर्वास्त्रधरिणी।
14-
शंकर वरी
कुमारी कन्या शैवा
ज्वालदंशिनी।
15-
रौद्र रूप हो
काल कराली काली
कालरात्रि हो।
16-
ब्रह्म की छाया
शिवदूती प्रत्यक्षा
तपस्वी माया।
17-
हो नारायणी
भद्रकाली मां तुम
क्लेश हारिणी।
18-
शुंभ निशुंभ
महिषमर्दिनी मां
देवि मतंग।
19-
शैलपुत्री मां
कष्टों को हैं हरती
सिद्धिदात्री मां।
20 -
नौ रुचिर
नाम देवि के भजें
चर अचर। ।
