सुपर पावर
सुपर पावर
नारी लक्ष्मी हो तुम
दुर्गा का रूप हो तुम
बढ़ जाए अत्याचार जो
काली बन जाती हो तुम
कभी फूल
गुलाब सी कोमल
कभी शक्ति की
अवतार हो तुम
तेरे रूप अनेक है
ईश्वर का
चमत्कार हो तुम
सुपर पावर है तुझमें
सुपर वुमन कहलाती तुम
विजय पताका तू फहराती
गगन चूमे बादल हट जाती
कसकर कमर जो आगे आती
तूफाँ टकरा वापस जाती
तुझ में शक्ति है भरपूर
सुपर पावर जो बन जाती।
