यू टर्न

यू टर्न

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सुकृति के आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे थे। मोबाइल पर लगातार आ रहे कॉल्स की दूधिया रोशनी, मानो उसके हृदय को चीर कर दो फाड़ कर रही थी।

कितनी बार उसने अपने मां पापा से कहा कि वो मॉडलिंग करना चाहती है,लेकिन वो लोग हर बार संस्कारों और समाज की दुहाई देकर उसे टालते रहे। मां तो अक्सर ही ये कहती है कि 'एक बार शादी हो जाये तुम्हारी,फिर पति के सर पे जो चाहे सो करो। '

धीरे धीरे सुकृति के मन में विद्रोह पंख पसारने लगा। तभी अचानक, अभिमन्यु जैसे भगवान बनकर उसके जीवन में आया। सोशल मीडिया की ये दोस्ती कब प्यार में बदल गयी, पता ही नहीं चला। अभिमन्यु ने वादा किया है सुकृति से कि वो उसे देश की टॉप मॉडल बनायेगा। उसने तो सुकृति की बात अपने कितने ही डिजायनर और प्रोड्यूसर मित्रों से भी करवा दी। और फिर तय ये हुआ कि कुछ महीने के गुजारे लायक रूपये और ऐडवांस की रकम लेकर वो अभिमन्यु के साथ मुंबई जायेगी। एक बार वो मॉडल बन जाये, फिर मां पापा को भी मना लेंगे। अभिमन्यु ने सारे इंतजाम सम्हाल लिये थे।

तभी अचानक सड़क पर लगी नाकाबंदी से ऑटो रुक गया। काफी देर इंतजार करने के बाद सुकृति ने ऑटो वाले से पूछा कि'भैय्या क्या बात है,इतना समय क्यूं लग रहा है ?'

ऑटो वाले ने बताया कि'मैडम जी, जिधर अपने को जाना है, उससे कुछ किलोमीटर आगे एक सुनसान फार्म हाउस पर मानव तस्करों का एक गिरोह पकड़ा गया है, ये लोग भोली भाली लड़कियों को फिल्मों और मॉडलिंग के सपने दिखाकर मुंबई ले जाते हैं और फिर देह व्यापार में धकेल देते हैं। इसी कारण छानबीन में समय लग रहा है। '

सुकृति को तो जैसे किसी ने दुःस्वप्न से झिंझोड़कर जगाया हो, जैसे वो किसी ऊंचे पहाड़ से फिसल कर नीचे आ गिरी हो।

'भैय्या, आप प्लीज़ यू टर्न ले लीजिये, मेरा कुछ सामान घर पे रह गया है'सुकृति ने कांपती हुई आवाज में कहा।

'ठीक है मैडम'

और ऑटो रिक्शा यू टर्न लेकर सुकृति के घर की ओर चल पड़ा।


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