उम्मीद
उम्मीद


अपने माता पिता के देहांत के बाद कोमल हमेशा दुःखी रहती, नकारात्मक विचार उसका पीछा ही नहीं छोड़ते थे ।
जीवन में सबसे ज्यादा प्यार उसने अपने माता पिता से ही किया था। बाहर की दुनिया से तो जैसे वह अनभिज्ञ थी।
बाहर की दुनिया में कितने स्वार्थी लोग हैं कितना कुछ बुरा है उसे शायद पता नहीं था, और वो जानना भी नहीं चाहती थी। उसके लिए तो बस उसके माता पिता और उसका घर ही उसकी दुनिया थी।
पर आज तो जैसे उनकी दुनिया वीरान हो गयी थी।
पर उसे पता था कि यदि वो उदास रहेगी तो उसके माता पिता को दुख होगा इसलिए उसने निर्णय किया वह मुस्कुराएगी इस उम्मीद पर की एक दिन तो उसे भी उसके माता पिता से जाकर मिलना ही है जिस दिन मैं आखरी सांस लूंगी उन्हीं से जाकर मिलूंगी।