इंतजार
इंतजार
आज भी जब राजीव ऑफिस गया तो उसने देखा कि जूनियर रिया विजय के साथ थी।
रिया और विजय रिलेशनशिप में होने के बारे में जब से राजीव को पता चला था उसे अच्छा नहीं लगता था क्योंकि वह भी रिया को लाइक करता था। उसे लगता कि वह रिया और विजय के बीच तो नहीं आ सकता पर उसे फील होता कि उसकी लाइफ में और भी कोई हो जिसके साथ वो समय बिता सकें और उसे प्यार कर सके।
इसी वजह से उसने भी डेटिंग एप पर आईडी बनाई ताकि कोई मिले जिसके साथ वह समय बिता सकें। इसी ऐप पर उससे नीलिमा मिली सीधी साधी सूट पहनने वाली लड़की जब वह माथे पर छोटी सी बिंदी लगाकर आती राजीव उसकी बहुत तारीफ करता कहता कि तुम बहुत सुंदर दिख रही हो।
नीलिमा अक्सर अपने घर से उसके लिए टिफिन बनाकर ले जाती थी राजीव कहता तुम बहुत अच्छा खाना बनाती हो हर संडे वो उसे कहीं ना कहीं घुमाने लेकर जाता था धीरे-धीरे दोनों एक दूसरे के बहुत करीब आ गए।
राजीव ने नीलिमा से वादा किया कि मैं तुमसे शादी करूंगा उसको बहुत प्यार किया नीलिमा भी उसे बहुत प्यार करती थी उसके बिना एक पल भी नहीं रह पाती थी।
पर फिर राजीव का स्थानांतरण कहीं और हो गया धीरे धीरे नीलिमा को भूलने लगा उसे तो जैसे नीलिमा के साथ बिताया पल याद ही नहीं था ।
नीलिमा उसे याद करके खूब रोती राजीव के ऑफिस में उसके बॉस थे उन्हें नीलिमा और राजीव के बारे में सब पता था नीलिमा से यह गलती हुई कि जब वह परेशान होती तो वह राजीव के बॉस को फोन करती थी उसे नहीं पता था कि कुछ गलत लोग भी उस पर निगाह डाले बैठे हैं ।
राजीव के बॉस को जब एहसास हुआ कि राजीव नीलिमा को हमेशा के लिए पूरी तरह से छोड़ चुका है अब वह वापस कभी नहीं आएगा अब ना वह उससे मिलने आएगा ना उससे विवाह करेगा ना वह उसे कुछ मानता है बल्कि उसके फोन भी नहीं उठाता।
यह एहसास होने के बाद राजीव के बॉस नीलिमा के घर आने जाने लगे नीलि
मा की तबीयत राजीव के दूर जाने से जो खराब हुई उसके बाद उसके बॉस उसे अस्पताल लेकर गए उसे अस्पताल में दिखाया उसकी जांच कराइ और उसके पैसे भी स्वयं दिये ।
निलिमा कहती मुझे इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी पर उन्होंने एक न मानी नीलिमा प्रतिदिन राजीव को याद करके रोती थी। उसे समझ नहीं आता कि क्या करें कैसे वह राजीव को अपना पुराना प्यार याद दिलाएं राजीव तो जैसे सब कुछ भूल ही चुका था।
एक दिन राजीव के बॉस नीलिमा के घर आये उन्होंने उससे कहा कि मेरी पत्नी मुझे प्रेम नहीं करती जैसा पहले करती थी उन्होंने नीलिमा का हाथ पकड़ा अपने हवस भरे हाथों से नीलिमा की पीठ पर हाथ फेरा और कहा मेरी पत्नी से जो मुझे फिजिकल सुख नहीं मिल पाता वह मैं तुमसे चाहता हूं नीलिमा ने अपने ऊपर से हाथ हटाया और वह उससे दूर जाकर खड़ी हो गयी नीलिमा ने कहा सर जो आप कह रहे हैं वह गलत है और मैं राजीव के अलावा किसी और से प्यार नहीं करती राजीव के सर ने कहा क्या इसी दिन के लिए मैंने तुम्हारे इलाज के पैसे दिए थे तुमने मुझे एक लेसन सिखाया है तो नीलिमा ने कहा मैं आपके पूरे पैसे लौटा दूंगी सर पर आप जो चाहते हैं वह मैं नहीं कर सकती।
बहुत बुरा लगा उस दिन के बाद उसने राजीव के बॉस को कभी फोन नहीं किया उसने कभी उनसे बात नहीं की उसे बुरा इस बात का नहीं लगा कि उसके सर ने उस पर बुरी नजर डाली क्योंकि वह जानती थी कि दुनिया में हर कोई बुरा ही समझता है कुछ लोग बुरे ही होते हैं लेकिन जिससे उसने प्यार किया था उस ने उसे छोड़ दिया था, यह सोच कर उसे रोना आ जाता उसे लगता आज भी कहीं से राजीव आ जाए और कहे आज भी तुमसे उतना ही प्यार करता हूं जितना पहले करता था मेरे होते हुए तुम्हे कोइ छू भी नहीं सकता ।
लेकिन अब जैसे यह सब कुछ सपने जैसा था। उसे राजीव के बिना बहुत इनसिक्योर फील होता लगता कि कहीं से बस एक बार राजीव मुझसे मिलने आ जाए । यही सोच वह उसका इंतजार करती की शायद कभी राजीव मुझसे मिलने आएगा शायद।